दिल्ली बनेगा खालिस्तान, मोदी... G20 समिट से पहले राजधानी में माहौल बिगाड़ने की साजिश, कई मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए
Khalistan Slogans in Delhi Before G20 Summit
Khalistan Slogans in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में कुछ ही दिनों बाद सितंबर में G20 शिखर सम्मेलन आयोजित होना है। इस दौरान दिल्ली में अमेरिका-रूस और अन्य देशों से कई बड़े विदेशी मेहमान आएंगे। लेकिन इससे पहले ही दिल्ली में माहौल बिगाड़ने की साजिश शुरू कर दी गई है।
दरअसल, भारत विरोधी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की तरफ से दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर खालिस्तान के नारे लिखे गए हैं। शिवाजी पार्क से लेकर पंजाबी बाग तक के मेट्रो स्टेशनों पर कहीं 'खालिस्तान जिंदाबाद' लिखा गया है तो कहीं लिखा गया है- 'दिल्ली बनेगा खालिस्तान...' इसके अलावा 'मोदी भारत नरसंहार' की बात भी लिखी गई है।
वहीं इस खालिस्तानी हरकत से दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि, G20 शिखर सम्मेलन से पहले सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर जिस प्रकार की हरकत की है। यह माहौल खराब करने का प्रयास है। मामले में कार्रवाई की जा रही है। खालिस्तान के नारे दिल्ली पुलिस द्वारा हटाए जा रहे हैं। बता दें कि, इससे पहले पंजाब में कई बार खालिस्तानी नारे लगते और लिखे देखे गए हैं लेकिन अब देश की राजधानी दिल्ली तक इन नारों की तस्वीर देखने को मिल रही है।
G20 समिट के चलते दिल्ली में कई पाबंदियां
इधर, G20 समिट के चलते दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां रहेंगी। दिल्ली के कुछ रूट पूरी तरह से बंद रहेंगे तो वहीं कई जगहों पर आने-जाने पर रोक रहेगी। कई रास्तों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा। कई वाहनों के चलने पर भी रोक लगाई गई है। दिल्ली पुलिस की तरफ से ट्रैफिक का प्लान जारी कर दिया गया है। ऐसे में लोगों को इस दौरान आने जाने के लिए दिल्ली मेट्रो सबसे बेहतर विकल्प रहेगा। बता दें कि, इस दौरान दिल्ली के सभी स्कूल और कॉलेज भी बंद रहने वाले हैं।
पीएम मोदी ने दिल्ली वासियों से माफी मांगी
G20 समिट को लेकर पीएम मोदी ने दिल्ली वासियों से माफी भी मांगी है। दरअसल, पीएम मोदी ने कहा कि G20 के लिए दिल्ली के नागरिकों को अधिक जिम्मेदारी मिल गई है... विदेश से बहुत सारे मेहमान आएंगे... 5-15 सितंबर तक उन्हें बहुत असुविधा होगी, ट्रैफिक की व्यवस्थाएं बदल जाएंगी, उन्हें कई जगहों पर जाने से रोका जाएगा। लेकिन ये मेहमान हम सबके हैं, हमें थोड़ी तकलीफ उठानी होगी, क्योंकि कुछ चीजें जरूरी होती हैं। हमें मिलकर सहयोग देना ही होगा और मैं इसके लिए पहले से माफी भी मांगता हूं। बता दें कि, पिछले साल दिसम्बर में भारत को G20 की अध्यक्षता मिली थी।